सोचो कितना अद्भूत होगा, अपना मिलना इस धरती पर?इंद्रधनुष दो करेंगे स्वागत, और उस दिन होगी बारिश लगातार की कल्पना मैंने उस दिन की, जब होंगे, हम दोनों एक साथजगमग होगा आलम भी, जैसे कई जुगनू हो आस पासखूब धड़केगा दिल भी अपना, और मुस्कान रहेगी चेहरे परचिल्लाकर, दिल बोलेगा हमसे, जा इतिहास बना ले…
Read moreAdhbhut (Remarkable)
Photonic Soul