हे सैनिक, तू निडर है कितना? साहस लाया कहाँ से इतना? खड़ा है डटकर सीमा पर तू चाहे बारिश आए या तूफ़ाँ।कोमल हृदय भी निष्ठुर भी तू ऐसा भी है वैसा भी तू गाने गाता प्रेम भरे तूफिर मारे गोली गिने बिना तू।कौन सी ऐसी जपी है माला? कौन सी खायी है खुराक?जो मौत का तुझको…
Read moreSainik (Soldier)
Photonic Soul