थोड़ा ग़ौर किया होता, तो हाल यूँ ना होता रिश्तों के टूटने का, तुझे दर्द यूँ ना होता ना वह अकेले रोती, ना ही तू उदास होता ग़र अपनों पर तूने, थोड़ा ग़ौर किया होता। Thoda Gour Kiya Hota, To Haal Yun Na Hota Rishton Ke Tootne Ka, Tujhe Dard Yun Na Hota Na Wah…
Read moreGour (Attention)
Photonic Soul